सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने कहा कि अगर फिलिस्तीनी मुद्दा सुलझ जाए तो सऊदी अरब इजरायल को मान्यता दे सकता है।
दावोस(Davos) में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में पैनल चर्चा में सऊदी विदेश मंत्री से पूछा गया कि क्या फिलिस्तीनी मुद्दा सुलझने के बाद सऊदी अरब इजराइल को मान्यता दे सकता है? इसके जवाब में सऊदी विदेश मंत्री ने कहा, ”बेशक।”
उन्होंने आगे कहा कि सऊदी अरब की पहली प्राथमिकता ग़ज़ा में युद्धविराम है, हूतियों के लाल सागर में हमले ग़ज़ा युद्ध से संबंधित हैं, और ग़ज़ा में तत्काल युद्धविराम होना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि अगर ग़ज़ा का मसला नहीं सुलझा तो संघर्षों का चक्र भी जारी रहेगा, इजरायली कार्यों से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है, क्षेत्रीय शांति केवल फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना के साथ ही स्थापित की जा सकती है, ग़ज़ा में बहुत कुछ करने की जरूरत है।
दूसरी ओर, पश्चिमी शक्तियों के इशारे पर इजराइल ग़ज़ा के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र पर बमबारी जारी है। पिछले 24 घंटों में इजरायली बमबारी में 150 से ज्यादा फिलिस्तीनी शहीद हो गए। इजरायली हमलों में शहीद फिलिस्तीनियों की संख्या 24 हजार 285 हो गई है जबकि 61 हजार फिलिस्तीनी घायल हुए हैं।
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