भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद के हाल के दिए एक बयान ने नई सियासी चर्चा को जन्म दे दिया है। सियासी गलियारों में उनका यह बयान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के लिए चुनौती माना जा रहा है।
जेल में बंद पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी नेता आजम खान(Azam ख़ान) को लेकर भले ही उनकी पार्टी मुखर न रही हो पर अब अन्य राजनैतिक दलों का साथ उन्हें मिलने लगा है। अब भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद खुलकर उनके समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने आज़म ख़ान को लेकर एक बयान दिया है। उनके इस बयान से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए नई चुनौती खड़ी होते नजर आ रही है।
अखिलेश यादव के पुराने साथी रहे चंद्रशेखर आजाद ने आजम खान का जिक्र कर ऐसा बयान दिया, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। उन्होंने कहा, ‘जो वंचित वर्ग के नेता हैं जिस तरह से वो जुल्म सह रहे हैं… आजम खान जैसे जो सीनियर नेता हैं वो जेलों में पड़े हैं… उन्हें जेलों में ठूस दिया गया है या कुछ लोग इस दुनिया में नहीं हैं… ये इस बात का उदाहरण है कि सत्ता तानाशाही के साथ काम कर रही है…’
चंद्रशेखर ने कहा कि ये लोकतंत्र में अच्छा नहीं है, इसका बहुत गलत संदेश जाता है… इस वजह से ही बीजेपी को उत्तर प्रदेश में हार का मुंह देखना पड़ा है…’ दरअसल, यह पहला मौका है जब चंद्रशेखर आजाद ने आजम खान के लिए आवाज उठाई है। उनके इस बयान ने एक ओर नई चर्चा को जन्म दे दिया है और फिर से आजम खान को लेकर सियासी बयानबाजी तेज होने की संभावना है।
कांवड़ यात्रा को लेकर भी दिया बयान
चंद्रशेखर ने मुसलमानों की ईद की नमाज़ और कांवड़ यात्रा को लेकर भी बयान दिया है जिसका बहुत लोगों ने समर्थन किया है लेकिन बीजेपी को बुरा लगा है।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि कांवड़ को लेकर रोड एवं अस्पताल बंद हो जाते हैं लेकिन ईद की नमाज़ मुश्किल से 20 मिनट की होती है। इस नमाज़ को लेकर सरकार मुसलमानों पर एफ़आईआर करती है, मुक़दमे चलती है तो एक ही देश में नागरिकों के बीच दोहरा मापदंड क्यों?
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