सपा के कद्दावर नेता आजम खान और उनकी मौलाना मोहम्मद अली जोहर यूनिवर्सिटी जबसे बनी है विवादों में उलझी रही है। ताज़ा मामला आलिया गंज गांव के किसानों की ज़मीन का है।
ग्लोबलटुडे 13 जुलाई
सऊद खान की रिपोर्ट
सपा के कद्दावर नेता आजम खान और उनकी मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी जबसे बनी है विवादों में उलझी रही है। ताज़ा मामला आलिया गंज गांव के किसानों की ज़मीन का है।
आलिया गंज गांव के किसानों का आरोप है उनकी जमीनों को आज़म खान ने ज़बरदस्ती क़ब्ज़ा कर लिया है और उनकी ज़मीन को यूनिवर्सिटी कैम्प्स में शामिल कर लिया है और उसकी बाउंड्री वाल बना दी है।
इस मामले पर अभी 2 दिन पहले आज़म खान और उनके क़रीबी रिटायर सीओ सिटी आले हसन के ख़िलाफ़ थाना अज़ीमनगर में एक मामला दर्ज किया गया है। आज किसानों ने धरना प्रदर्शन किया और जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंचे जहां पहले से ही समाजवादी पार्टी के लोग पहले से मौजूद थे, दोनों आमने-सामने आ गए। प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ही बड़ी घटना टल गई।
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क्या है पूरा मामला
रामपुर के थाना अजीम नगर के आलिया गंज में सपा नेता और रामपुर से मौजूदा सांसद आजम खान की मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी है उसके बराबर में आलिया गंज गांव है। आज पूर्व जिला पंचायत के अध्यक्ष हाफिज़ अब्दुल सलाम और कांग्रेस नेता फैसल खान, कांग्रेस नेता मतिर्रहमान बबलू आलिया गंज पहुंचे और आलिया गंज के किसानों के साथ धरने पर बैठ गए। उसके बाद जुलूस की शक्ल में सब लोग जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे उन्होंने आजम खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर पहले से ही समाजवादी पार्टी के लोग काफी तादाद में खड़े हुए थे और उनके साथ आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्लाह आजम खान भी थे। किसान और समाजवादी पार्टी के लोग दोनों आमने-सामने आ गए और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
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इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को पुलिस के सुरक्षा घेरे में ले लिया और दोनों पक्षों को शांत कराया। पुलिस की मुस्तैदी की वजह से आज एक बड़ी घटना होते होते बच गयी। किसानों की मांग थी कि हम यूनिवर्सिटी के गेट पर एसडीएम को ज्ञापन देंगे। लेकिन समाजवादी पार्टी के लोग यह समझ रहे थे कि यह किसान यूनिवर्सिटी का गेट तोड़कर अंदर घुसेंगे और कुछ उत्पात मचाएंगे। इसलिए समाजवादी पार्टी के लोग पहले से ही यूनिवर्सिटी के गेट पर जमा हो गए थे जबकि किसानों से यूनिवर्सिटी की गेट पर एसडीएम को ज्ञापन देना था।
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इस पूरे मामले पर उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी ने ग्लोबलटुडे बताया आज कुछ किसानों ने ज्ञापन दिया है और उनकी कुछ ज़मीने जो जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर है, उसके संबंध में जांच भी कराई गई थी और एफ आई आर भी दर्ज की गई थी। इन लोगों ने आज धरना दिया था और उनकी मांग थी कि उनकी ज़मीनों उन्हें वापस दिलाई जाएं। उन की मांग थी किसानों का ज्ञापन ले लिया गया है और इस पर कार्रवाई की जाएगी। जौहर यूनिवर्सिटी में लगभग 32 किसानों की ज़मीन है जो, उन्होंने यूनिवर्सिटी केम्पस में शामिल कर ली है।