नई दिल्ली: थ्री आर्ट्स क्लब और कात्यायनी ग्रुप ने शुक्रवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में चंद्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी “उसने कहा था” का मंचन किया।
“उसने कहा था” कहानी श्री गुलेरी की एक कालजयी लघुकथा मानी जाती है जिसका प्रकाशन सर्वप्रथम 1915 में सरस्वती पत्रिका में हुआ था जो भारत की पहली हिंदी मासिक पत्रिका थी।
कहानी को मंच पर बड़ी ही सुंदरता के साथ कलाकारों ने पेश किया। सभी ने बहुत ही अच्छा अभिनय किया। लहनासिंह का रोल कर रहे निधिकान्त ने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया।
कहानी को बड़ी ही सुंदरता के साथ निर्देशित किया था सोहैला कपूर ने।
कहानी में लड़के का बोला हुआ संवाद ‘तेरी कुड़माई हो गई’ बहुत प्रसिद्ध हुआ था और उसके साथ ही लड़की का जवाब – धत्त!
साहित्यकारों ने कहानी में पहली बार फ़्लैशबैक के इस्तेमाल की भी तारीफ़ की।
प्रकाशित होते ही ये कहानी चर्चित हो गई थी और आज भी, अलग-अलग मंचों पर इस पर चर्चा होती रहती है।
NCERT ने भी अलग-अलग स्तरों पर स्कूली पाठ्यपुस्तकों में इस कहानी को शामिल किया है। विश्वविद्यालयों में इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इसे हिन्दी की पहली प्रेम कहानी भी कहा जाता है।
कहानी प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें सैनिक, जिनमें भारतीय भी शामिल हैं, जो 1915 में फ्रांस-बेल्जियम सीमा पर जर्मनों के खिलाफ लड़ रहे हैं।
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- ए.एम.यू का अल्पसंख्यक दर्जा, न्यायपालिका और कार्यपालिका
- AMU’s Minority Character, the Judiciary and the Executive
- नैतिक मूल्यों का ह्रास सामाजिक पतन का कारण
- Dr. Md. Shams Equbal: Navigating the Challenges in Promoting Urdu in Today’s India
- पूंजीवाद बनाम नारीवाद: सबके सतत विकास के लिए ज़रूरी है नारीवादी व्यवस्था